अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हम संकल्प लें कि हम न केवल अपनी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों की महिलाओं के लिए एक बेहतर, समान और सुरक्षित समाज बनायेगें :- पूर्व राज्यपाल सुश्री उइके
स्वाभिमान जन कल्याण समिति द्वारा आयोजित महिला सम्मान समारोह संपन्न
छिंदवाड़ा//उग्र प्रभा //
छत्तीसगढ़ एवं मणिपुर की पूर्व राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमारे बीच एक उत्सव नहीं बल्कि एक संकल्प का प्रतीक है—एक ऐसा संकल्प जो समाज में महिलाओं की गरिमा, सम्मान और समानता को स्थापित करने के लिए हमें प्रेरित करता है। इस महिला दिवस पर हम संकल्प लें कि हम न केवल अपनी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों की महिलाओं के लिए एक बेहतर, समान और सुरक्षित समाज बनायेगें । पूर्व राज्यपाल सुश्री उइके आज पूजा लॉन छिंदवाड़ा में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में स्वाभिमान जन कल्याण समिति द्वारा आयोजित महिला सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं| कार्यक्रम की अध्यक्षता आईपीएस एवं आठवीं बटालियन विशेष सशस्त्र बल की कमांडेंट श्रीमती निवेदिता गुप्ता ने की | कार्यक्रम में पूर्व राज्यपाल सुश्री उइके ने कोविड-19 महामारी के दौरान विभिन्न स्थानों पर बृहद रक्तदान शिविर आयोजित कर 120000 यूनिट रक्तदान करवाने और इस उपलब्धि पर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड,व लंदन बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर से प्रमाण पत्र प्रदान किए जाने पर श्रीमती अलका शुक्ला को यह प्रमाण पत्र प्रदान किया तथा अन्य महिलाओं को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया |
इस अवसर पर पूर्व राज्यपाल सुश्री उइके ने सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्वाभिमान जन कल्याण समिति द्वारा आयोजित इस महिला सम्मान समारोह में शामिल होना मेरे लिए गर्व की बात है। मैं समिति को धन्यवाद देती हूँ कि उन्होंने मुझे इस मंच पर आप सभी के बीच अपनी बात रखने का अवसर दिया। मैं आज यहाँ एक पूर्व राज्यपाल के रूप में नहीं, बल्कि एक ऐसी महिला के रूप में खड़ी हूँ, जिसने अपने जीवन में संघर्षों को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और उन्हें अवसर में बदला। मेरा जीवन एक साधारण आदिवासी परिवार से शुरू हुआ, जहाँ संसाधनों की कमी थी, लेकिन सपनों की कोई सीमा नहीं थी। मैंने देखा कि मेहनत, लगन और समाज के प्रति समर्पण किसी भी बाधा को पार कर सकता है। आज जब मैं यहाँ खड़ी हूँ, तो यह मेरे लिए केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि उन सभी महिलाओं की जीत का प्रतीक है जो अपने हौसले से नई राहें बनाती हैं। आज का यह समारोह उन असाधारण महिलाओं को सम्मानित करने का अवसर है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। मैं यहाँ उपस्थित सभी वरिष्ठ समाजसेवी महिलाओं को सम्मानित करते हुए गर्व महसूस कर रही हूँ। आप सभी प्रेरणा का स्रोत हैं—चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, या सामाजिक उत्थान का क्षेत्र हो, आपने साबित किया है कि महिलाएँ न केवल परिवार की नींव हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति की धुरी भी हैं। मैं सम्मानित आईपीएस अधिकारी श्रीमती निवेदिता गुप्ता का विशेष रूप से अभिनंदन करना चाहूंगी, जो एक सम्मानित आईपीएस अधिकारी हैं। उनका जीवन और उनकी उपलब्धियाँ हम सभी के लिए एक मिसाल हैं। उन्होंने यह दिखाया है कि साहस और कर्तव्यनिष्ठा के साथ महिलाएँ किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चल सकती हैं। उनकी उपस्थिति इस मंच को और अधिक गरिमामय बनाती है।
पूर्व राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि जब मैंने अपने राजनीतिक और सामाजिक जीवन की शुरुआत की, तो मेरा एक ही लक्ष्य था—हमारे समाज के सबसे वंचित वर्गों, खासकर महिलाओं और आदिवासी समुदायों को मुख्यधारा में लाना। आज भी मेरा मानना है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वतंत्रता ही वह आधार हैं, जो महिलाओं को सशक्त बना सकते हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हर बेटी को पढ़ने का अवसर मिले, हर माँ को अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य बनाने की ताकत मिले और हर महिला को अपनी पहचान के साथ जीने का अधिकार मिले | उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हमें याद दिलाता है कि हमारी जिम्मेदारी केवल उत्सव मनाने तक सीमित नहीं है। यह एक आह्वान है—एक ऐसा आह्वान कि हम उन बेड़ियों को तोड़ें जो आज भी महिलाओं को पीछे रखती हैं। हिंसा, असमानता और अवसरों की कमी जैसी चुनौतियों से हमें मिलकर लड़ना होगा। यह तभी संभव है जब हम सब पुरुष और महिला—एक साथ मिलकर कदम उठाएँ। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपनी शक्ति को पहचानें, क्योंकि उनमें वह ताकत है जो पहाड़ों को हिला सकती है और समाज को बदल सकती है, उन्होंने कहा कि आज यहां जो सम्मान दे रहे हैं वह केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि एक वादा है एक ऐसा वादा जिससे हम हर महिला के सपनों को साकार करने में उसका साथ देंगे | कार्यक्रम में कार्यक्रम की अध्यक्ष श्रीमती गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किये | इस अवसर पर स्वाभिमान जन कल्याण समिति की श्रीमती अनीता तिवारी, श्रीमती नीरज वाजपेयी ,साध्वी नीलू जी ,मंडल अध्यक्ष नीलू जी, डॉक्टर मीरा पराड़कर ,श्रीमती अर्चना मोहरे और श्रीमती अलका शुक्ला व अन्य विशिष्ट महिलाये उपस्थित थीं |