लायंस नेत्र चिकित्सालय परासिया की 2 करोड़ 70 लाख की चोरी पकडा शासन ने धोखाधड़ी एवं गबन के अंतर्गत 420, 409. 34 के तहत लायंस के विरुद्ध परासिया थाने में हुई एफ.आई.आर दर्ज
समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया की शिकायत पर हुआ मामला दर्ज
परासिया //उग्र प्रभा
लायंस क्लब, लायंस एन.जी.ओ.संस्था, लायंस ऑई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया के द्वारा राष्ट्रीय अंधत्वमुक्त निवारण मिशन भारत सरकार से अनैतिक रूप से करोडो रुपयों की उगाही कर भ्रष्टाचार किया गया था भारत सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक आंखों के अस्पतालों को राष्ट्रीय अंधत्व मुक्त मिशन भारत के अंतर्गत निर्धन गरीबों के शिविरों के माध्यम से नि:शुल्क मोतियाबिंद के ऑपरेशन करने होते हैं। प्रति ऑपरेशन का सरकार द्वारा 2000/- रुपए का शुल्क इन अस्पतालों को दिया जाता है।इसी के अंतर्गत लायंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया ने वर्ष 2018-19 से वर्ष 2022-23 तक जिला छिंदवाड़ा एवं अन्य जिलों में जाकर शिविरों को लगा करके गरीबों के मोतियाबिंद के 17,958 ऑपरेशनो का बिल वाउचर सरकार को लगा करके 3,59,16,000/- (तीन करोड़ उन्नसठ लाख सोलह हजार रुपए) का भुगतान स्वास्थ्य विभाग कार्यक्रम अंतर्गत डी.बी.सी.एस. छिंदवाड़ा से पाया था।इसके उपरांत वर्ष 2023-24 लायंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया ने 4150 ऑपरेशन को करने का 83,00,000/- (त्रियासी लाख रूपये ) पेमेंट पाने हेतु बिल वाउचर लगाए थे।
किन्तु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय अंधत्व कार्यक्रम प्रबंधक अधिकारी को लायंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया के द्वारा लगाए गए बिल वाँउचरों 83,00,000/- राशि पर शंका हुई.. जिसके चलते इनका यह पेमेंट रोका गया था ।कार्यक्रम प्रबंधक अधिकारी ने पूर्व जिला कलेक्टर मैडम शीतला पटले जी को लायंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया के 4150 ऑपरेशन का बिल पाने 83, 00,000/- रुपए कि शिकायत किया था। जिस पर पूर्व जिला कलेक्टर शीतला पटले मैडम ने संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर,स्वास्थ्य विभाग छिंदवाड़ा एवं अन्य स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों के द्वारा लायंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया के द्वारा किए गए 4150 ऑपरेशनों कि रेंडमली जांच का भौतिक सत्यापन करवाया था।*
उपरोक्त जांच में लायंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया के द्वारा किए गए ऑपरेशन फॉल्स पाए गए, मरीज का नाम, मरीज का पूर्ण पता, मरीज का मोबाइल क्रमांक ऐसी बहुत सी लायंस संस्था कि चालाकियां पकड़ी गई थी। समस्त अधिकारियों द्वारा उपरोक्त जांच कर दस्तावेज राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश को भेजे गए थे।
NHM मैडम प्रियंका दास जी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश ने लायंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर संस्था परासिया का तत्काल MOU (मेमोरेंडम का अंडरस्टैंडिंग) को तत्काल रद्द किया। एवं जिला कलेक्टर एवं मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी को लायंस संस्था के पदाधिकारी के ऊपर एफ.आई.आर (FIR) दर्ज कर शासन से अनैतिक रूप से लिए गए रूपयों की वसूली के लिखित आदेश पारित किए थे,,
किंतु यह सारा मामला ठंडे बस्ते पड़ा था.
जिले के सक्रिय समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया कों संपूर्ण विषयों की जानकारी अपने विशेष विश्वसनीय सूत्रों द्वारा लगी थी। जिसके आधार पर लगभग 6 माह से निरंतर संबंधित समस्त विभागों में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत RTI लगा करके सत्य प्रमाणित दस्तावेजों को हासिल किया था। जिसे समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने 6 जनवरी 2024 को प्रेस वार्ता जारी कर समस्त आर.टी.आई से प्राप्त सत्यापित प्रमाणित दस्तावेजों को दोषियों को सजा दिलाने एवं शासन से लूटा गया पैसा शासन को वापस दिलवाने हेतु एवं जनता जनार्दन को जागृत करने हेतु उजागर किया था।
9 जनवरी 2024 को समस्त आर.टी.आई से प्राप्त सत्यापित प्रमाणित दस्तावेजों, समाचार पत्रों में आई खबर की छाया प्रति, एवं अपनी लिखित शिकायत को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी, माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जी दिल्ली, ED दिल्ली, माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी भोपाल,माननीय पुलिस महानिदेशक भोपाल, माननीय लोकायुक्त, माननीय आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ महानिदेशक, सहित देश के महत्वपूर्ण 14 विभागों में शिकायत दर्ज किया था।समाज सेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने अपनी लिखित शिकायत में लायंस क्लब लायंस एनजीओ संस्था लायंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया द्वारा किए गए वर्ष 2018-19 से वर्ष 2022-23 तक निर्धनों के मोतियाबिंद 17,958 ऑपरेशनो का बिल वाउचर सरकार को लगा करके 3,59,16,000/- (तीन करोड़ उन्नसठ लाख सोलह हजार रुपए) का भुगतान लिया गया। इसकी 5 वर्षों की जांच करें।*
लायंस क्लब, लायंस एन.जी.ओ.संस्था, लायंस ऑई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया के द्वारा जिला छिंदवाड़ा से विगत 25 वर्षों से निरंतर नेत्रदान के नाम पर मृतक व्यक्तियों की 👁️👁️ आंखें दान ली जाती है,, यह आंखें कहां जाती हैं?? किसको प्रत्यारोपित की जाती है?? या कहां बेची जाती है इसकी सूक्ष्मता से जांच करें*
संबंधित समस्त विभागों में शिकायतें पहुंचने के उपरांत अधिकारिओ द्वारा शिकायतों का बहुत बारीकी से निरीक्षण किया गया।
*विश्वनीय सूत्रों एवं एफ.आई. आर. के आधार पर जानकारी प्राप्त जिस पर अधिकारियों की एक जांच दल टीम बनाई गई टीम ने लायंस क्लब लायंस एन.जी.ओ. संस्था लायंस नेत्र चिकित्सालय परासिया द्वारा किए गए 5 वर्ष के ऑपरेशनों संख्या 17958 का जिसका रेन्डमली 10% 1808 केशो का वर्ष वार भौतिक सत्यापन किया गया। जिसमे लगभग 75% बिल वाउचर फाल्स पाए गए।
*माननीय लोकायुक्त द्वारा संस्था के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने एवं प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराने हेतु कहा गया है।
*मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला छिदवाड़ा ने दिनांक 10 जनवरी 2025 को लायंस एनजीओ संस्था द्वारा संचालित लाइंस आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परासिया के विरुद्ध थाना परसिया में एफआईआर दर्ज करवाया हैँ जिसमे आई.पी. सी. कि धारा 420, 409, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया हैँ ।*