केंद्रीय बजट को लेकर बोले सीएम मोहन यादव- महंगाई पर लगेगी लगाम, कमल नाथ ने बताया दृष्टिहीन-दिशाहीन बजट
भोपाल //उग्र प्रभा // निलेश डेहरिया संपादक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश इस बजट में भारत की चमक और महंगाई दर पर कंट्रोल करने की भावना परिलक्षित होती है। निश्चित रूप से इस बजट के माध्यम से यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में नई पहचान कायम करेगा।
Highlight
*मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट।
*वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में पेश किया बजट।
*मप्र के सीएम मोहन यादव ने दी सीतारमण को बधाई।
भोपाल// उग्र प्रभा //(नितिन बैरागी) ) मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश किया। इस बजट को लेकर सत्तापक्ष व विपक्ष के नेताओं की ओर से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के लिए जो बजट पेश किया है, उसके लिए मैं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि इस बजट में भारत की चमक और महंगाई दर पर कंट्रोल करने की भावना परिलक्षित होती है। खासकर सरकार की जो नौ सूत्रीय योजनाएं प्रस्तुत की गईं। ये योजनाएं कृषि उत्पादकता, रोजगार व कौशल प्रशिक्षण, आर्थिक विकास, समावेशी मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय पर केंद्रित है। निश्चित रूप से इस बजट के माध्यम से यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में नई पहचान कायम करेगा।
सर्व-कल्याणकारी बजट
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट किसानों, महिलाओं, गरीबों, युवाओं सहित सभी वर्गों के कल्याण एवं उत्थान पर केंद्रित है। नई कराधान संरचना में मानक कटौती को 50 हजार से 75000 रुपये, मुद्रा ऋण की सीमा ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹20 लाख करने तथा 30 लाख युवाओं के कौशल विकास के लिए 2 लाख करोड़ के पैकेज करने का निर्णय ऐतिहासिक है। यह बजट विकसित भारत की ध्येय प्राप्ति का आधार बन हर भारतीय की अपेक्षाओं व आकांक्षाओं को पूर्ण करने वाला है।
बजट के नाम पर झुनझुना-कमलनाथ
बजट को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंनेअपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट करते लिखा कि यह दिशाहीन सरकार का दृष्टिहीन बजट है। केंद्र सरकार का आज पेश हुआ बजट जनता को कोई बुनियादी राहत देने के बजाय झुनझुना पकड़ाने वाला दिख रहा है। रोजगार और आयकर छूट के बारे में जो घोषणाएं की गई हैं, वह आंख में धूल झोंकने वाली हैं।
कमल नाथ ने कहा कि इन्कम टैक्स स्लैब में जो बदलाव किया गया है, वह नाकाफी है और बढ़ती हुई महंगाई के सामने कुछ भी नहीं है। देश के युवा पक्की नौकरी के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं और बेरोज़गारी का स्तर आसमान पर पहुँच गया है लेकिन केंद्र सरकार ने स्थायी नौकरी के बारे में कोई बात नहीं की।
केंद्र सरकार में ख़ाली पड़े पदों को भरने के बारे में भी वित्त मंत्री ने कोई घोषणा नहीं की। सबसे दुखी करने वाली बात यह है कि अन्नदाता किसानों को लेकर सरकार ने बजट में कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की है। कहाँ तो 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी की जानी थी और कहाँ 2024 के बजट में भी किसानों को हाशिये पर रखा गया है। इस बजट से आम जनता को निराशा हुई है।