Type Here to Get Search Results !

चांद कालेज में "उच्चशिक्षा आसमां में उड़ने के पंख" विषय पर दीक्षारंभ समारोह

0

   मोहिता जगदेव

उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा 

"उच्चशिक्षा छात्रों के अरमानों की ख्वाबपूर्ति का जरिया है ": रेखा शर्मा 

"दीक्षारंभ उच्चशिक्षा में चेतना के विस्तार का आवाहन है ": कीर्ति प्रजापति 

" दीक्षारंभ छात्रों को संस्थान के मूल्यों से रूबरू करता है ": प्रो. अमर सिंह 

"उच्च शिक्षा आसमां में उड़ने के पंख मुहैया कराती है": प्रो . अमर सिंह 

उग्र प्रभा समाचार ,चांद छिंदवाड़ा: शासकीय महाविद्यालय चांद में नवप्रवेशित छात्रों को उच्च शिक्षा के उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों से परिचित कराने हेतु "उच्चशिक्षा आसमां में उड़ने के पंख" विषय पर आयोजित त्रिदिवसीय समारोह में मुख्य अतिथि रेखा शर्मा ने कहा कि उच्चशिक्षा छात्रों के अरमानों की ख्वाबपूर्ति का एक सशक्त जरिया है, इसको सपनों को पूरा करने के हथियार के रूप में लिया जाना चाहिए। विशिष्ट अतिथि कीर्ति प्रजापति ने कहा कि उच्चशिक्षा में दीक्षारंभ छात्रों को अपनी चेतना के विस्तार का आवाहन करता है, जो उनकी भावी मुश्किलों के समाधान में एक कारगर भूमिका का निर्वहन कर सकती है। प्राचार्य प्रो. अमर सिंह ने कहा कि दीक्षारंभ समारोह छात्रों को अपने प्रवेशित संस्थान के मूल्यों की धरोहर से रूबरू कराता है, जिस पर उन्हें अपने उज्जवल भविष्य की नींव की स्थापना करनी चाहिए। इस अवसर पर प्रो. रजनी कवरेती ने कहा कि मानव शरीर में विकास की समस्त अंतर्निहित संभावनाओं से परदे हटाना ही उच्चशिक्षा का उद्देश्य है। प्रो. जी. एल. विश्वकर्मा ने कहा कि लक्ष्य पर सक्रिय रहकर हम वक्त, ऊर्जा और स्पेस का सही इस्तेमाल कर स्वयं का सशक्तिकरण कर सकते हैं।

प्रो. आर. के. पहाड़े ने कहा कि छात्रों की गुरू से ज्ञान ग्रहण करने की पात्रता सतत बढ़ती रहनी चाहिए। प्रो. सकरलाल बट्टी ने कहा कि विश्व की सारी संस्कृतियों के दर्शन मनुष्य जो आज है और कल जो हो सकता है, के अंतराल को पाटने पर जोर देते हैं। प्रो.सुरेखा तेलकर ने कहा कि जीवन में एक बेहतरीन किरदार निभाने को जो कुछ भी लगता है, वह सब कुछ उच्चशिक्षा में मौजूद है। प्रो.  संतोष उसरेठे ने कहा कि निम्न का त्याग और उत्कृष्ट का समावेश करना ही दीक्षारंभ का केंद्रीय भाव है। प्रो. रक्षा उपश्याम ने कहा कि पुस्तकें किसी भी लेखक के अनुभवों का सार होती हैं, जिन्हें शिद्दत से पढ़ा जाना चाहिए। समारोह में नवप्रवेशित छात्रों में दीक्षा जैन, आलिया खान, शिवम बंदेवार और अनुराग सतनामी ने भी अपने अमूल्य विचार रखे। समारोह में संतोष अमोडिया,नीलेश नाग, सुनील पाटिल, कमलेश चौधरी, नरेश चौधरी, आनंद रजक और श्वेता चौहान का विशेष योगदान रहा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ