मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा
दीपशिखा सागर और अंजुमन मंसूरी का काव्य पाठ
आयोजन वनिता मंच के सहयोग से किया गया
कार्यक्रम का संचालन गीतांजलि गीत एवं शेफाली शर्मा ने संयुक्त रूप से किया
उग्र प्रभा समाचार ,छिंदवाड़ा : मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन की छिन्दवाड़ा इकाई ने सतपुड़ा सृजन श्रृंखला की शुरुआत की है जिसमें सतपुड़ा अंचल को अपनी कला से समृद्ध करने वाले रचनाकारों का रचना पाठ, विमर्श, चित्र प्रदर्शनी, सांगीतिक प्रस्तुती, नाटक आदि शामिल किए जाएंगे। इसी क्रम में पहला आयोजन स्थानीय आई पी एस काॅलेज में आयोजित किया गया, जिसके अंतर्गत अंजुमन आरज़ू एवं दीपशिखा सागर ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। दीपशिखा की रचनाओं पर वक्तव्य देते हुए चंदन अयोधि ने कहा कि आपने अपनी ग़ज़लों-गीतों के माध्यम से युवाओं के बीच खास मुकाम बनाया है और सुवर्णा शेखर ने कहा कि दीपशिखा की रचनाओं में जब मुहब्बत है अल्हड़पन है तब लगता है कि दो मेंहदी लगे हाथ किसी जलते दिए कि हिफाज़त कर रहे हों, जब वे अना हौसले और विश्वास की बात करती हैं, तो लगता है कि यह दिया ख़ुद अपनी हिफाज़त करने का माद्दा रखता है।रोहित रूसिया ने कहा कि अंजुमन आरज़ू अपनी ग़ज़लों में वर्तमान परिवेश की विसंगतियों को बख़ूबी दर्ज करती हैं, नितिन जैन ने कहा कि अंजुमन जी का ज़िंदगी के फ़लसफ़े, तजुर्बों के साथ अपनी नज़र से शेर कहने का अंदाज़ अच्छा है। व्याकरण के दृष्टिकोण का बाकायदा ख्याल रखा गया है, बहर और वज़्न के लिए की गई मेहनत झलक रही है, काफ़िये संबंधी दोष देखने नहीं मिले। कुल मिलाकर रचनाधर्मिता में ग़ज़ल विधान का पालन किया गया है। यह कठिन कार्य है, सतत साधना से ही सम्भव है। कार्यक्रम का संचालन गीतांजलि गीत एवं शेफाली शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। यह आयोजन वनिता मंच के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर वनिता मंच द्वारा दोनों रचनाकारों को सम्मानित भी किया गया। मध्य प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष ओम प्रकाश नयन ने कहा कि हम आगे भी इस श्रृंखला के माध्यम से सतपुड़ा अंचल के रचनाकारों को मंच प्रदान करते रहेंगे एवं वनिता मंच की संस्थापक मनीषा जैन ने छिंदवाड़ा के उस दौर को याद किया जब पंकज सक्सेना जी अपनी प्रस्तुतियां देते थे और कार्यक्रम अध्यक्ष अमर सिंह ने कहा कि छिंदवाड़ा की धरती का साहित्य बेहद समृद्ध है , आज वे स्वयं और भी समृद्ध हो गये। के.के. मिश्रा ने उपस्थित सभी सुधि जनों और आई. पी. एस. प्रबंधन को स्थान उपलब्ध करवाने हेतु उनका आभार प्रदर्शित किया। कार्यक्रम में ज्योति खरे, राम लाल सराठे, सचिन वर्मा, टीकमणि पटवारी, मोहिता जगदेव, ज्योति गुप्ता, स्वप्निल जैन, अमित सोनी, सारिक खान आदि उपस्थित रहे।