Type Here to Get Search Results !

करोड़ों के घोटालेबाज सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके को पुलिस ने किया गिरफ्तार, कई महीनों से चल रहा था फरार

0

 करोड़ों के घोटालेबाज सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके को पुलिस ने किया गिरफ्तार, कई महीनों से चल रहा था फरार 


MP News: मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले के तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है. घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद वह कई महीनों से फरार चल रहा था.  

रिपोर्ट - नीलेश डेहरिया  संपादक 

MP News:ugraprabha// मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले में जनजातीय विभाग के तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके (Amar Singh Uike) को डिंडौरी पुलिस ने भोपाल के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है. छात्रवृत्ति की करोड़ों रुपये की राशि के गबन के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई थी. FIR दर्ज होने के बाद वह 5 महीनों से फरार चल रहा था. 

ये है मामला 

दरअसल साल 2019 -21 के दौरान डिंडौरी में सहायक आयुक्त रहते अमर सिंह उइके ने 2 करोड़ 59 लाख से अधिक छात्रवृत्ति घोटाले को अंजाम दिया था। कलेक्टर विकास मिश्रा के निर्देश पर जिला स्तर की टीम ने मामले की जांच कर इस घोटाले का पर्दाफाश किया था जिसके बाद लोकायुक्त ने मामले में संज्ञान लिया और तब कहीं जाकर सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके के खिलाफ 21 फरवरी 2024 को सिटी कोतवाली डिंडौरी में FIR दर्ज़ कराई गई थी. 

फरार हो गया था आरोपी अधिकारी 

इधर सिटी कोतवाली पुलिस ने जैसे ही सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके के खिलाफ मामला दर्ज़ किया उधर सिवनी जिले में पदस्थ जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके दफ्तर छोड़कर फरार हो गये थे. डिंडौरी पुलिस करीब पांच महीने से फरार आरोपी की धरपकड़ के लिए सिवनी एवं शहडोल जिले में स्थित उनके गृहग्राम में दबिश दे रही थी लेकिन आरोपी अधिकारी पुलिस को लगातार चकमा दे रहे थे.

पुलिस ने आरोपी अधिकारी की गिरफ़्तारी पर बीस हजार का ईनाम घोषित किया था.

साथ ही पुलिस आरोपी की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी में भी जुटी हुई थी, लेकिन शुक्रवार की सुबह सिटी कोतवाली डिंडौरी पुलिस ने भोपाल स्थित एक होटल से फरार चल रहे आरोपी को आख़िरकार गिरफ्तार कर लिया. पुलिस आरोपी अधिकारी को अपने साथ डिंडौरी लेकर पहुंच गई है. 

छात्रवृत्ति योजना की राशि में घोटाला का है आरोप 

जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त अमर सिंह उइके पर डिंडौरी जिले में पदस्थ रहने के दौरान छात्रवृत्ति योजना में पांच करोड़ 2 करोड़ 59 रुपये से भी अधिक राशि का घोटाला करने का आरोप है. पुलिस ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत सरकारी राशि में गबन करने की धाराओं के तहत मामला दर्ज़ किया था और जब डिंडौरी पुलिस ने FIR दर्ज़ किया था. उस वक्त आरोपी अधिकारी अमर सिंह उइके सिवनी जिले में पदस्थ थे. 


गिरफ़्तारी के बाद विभाग में हड़कंप 

लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहे आरोपी सहायक आयुक्त की गिरफ़्तारी के बाद डिंडौरी जनजातीय विभाग में पदस्थ कर्मचारियों एवं उनके चहेते ठेकेदारों के बीच हड़कंप मच गया है. कोतवाली पुलिस आरोपी अधिकारी का रिमांड लेने की कोशिश में जुट गई है. घोटाले के मास्टर माइंड की गिरफ़्तारी के बाद पूछताछ में बड़ा खुलासा होने की संभावनाएं जताई जा रही है साथ ही घोटाले से जुड़े और लोगों के खिलाफ मामला दर्ज़ होने की खबर है.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ