संवाददाता - मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार ,छिंदवाड़ा
"सायबर क्राइम किसी भी राष्ट्र को अस्थिर कर सकता है ": मनीष राय
" भविष्य में नागरिक नेटवर्क पर हमला साइबर युद्ध करा सकता है ": यशोदीप अतुल गांधी
" कम्प्यूटिंग सिस्टम के हैक करने को तकनीकी दक्षता से रोकें": अनुराग नेमा
उग्र प्रभा समाचार, छिंदवाड़ा: पी. जी. कॉलेज छिंदवाड़ा द्वारा "तकनीकी प्रयोग एवं साइबर सुरक्षा" विषय पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय वेबीनार में बैंकोंक में भारतीय दूतावास में कार्मिक और कल्याण अधिकारी मनीष राय ने कहा कि साइबर असुरक्षता किसी भी राष्ट्र की वित्तीय अस्थिरता के लिए गंभीर खतरा है। आज के सूचना प्रौद्योगिकी के युग में संवेदनशील डाटा की अनधिकृत चोरी दो राष्ट्रों के साइबर युद्ध करा सकती है। पूना के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ यशोदीप अतुल गांधी ने अपने उद्बोधन में बौद्घिक संपदा की चोरी को किसी भी देश को अस्थिर करने का गंभीर जोखिम बताया।दुश्मन की गलत मंशा के हानिकारक इरादे संचार बाधित कर नागरिक नेटवर्क पर हमला कर सकते हैं। छिंदवाड़ा कलेक्टर कार्यालय में में ईगवर्नेंस के प्रशिक्षक अनुराग नेमा ने कहा कि कम्प्यूटिंग सिस्टम को हैक करके फिरौती मांगने जैसी दुर्भावनाओं को तकनीकी कौशल में महारत हासिल करके ही रोका जा सकता है। प्राचार्य डॉ. लक्ष्मीचंद ने कहा कि सूचना क्रांति के अवयवों को बनाया तो मनुष्य के दैनिक क्रियाकलापों में मदद के लिए था, लेकिन उसके दुष्प्रयोग ने समूची मानवता को खतरे में डाल दिया है। वेबीनार के संयोजक डॉ. जी. वी. ब्रह्मे ने कहा कि इंटरनेट का प्रयोग करने वाले विश्व का तीसरा सबसे बड़ा देश होने के कारण भारत को अपनी साइबर सुरक्षा को लेकर सदैव सचेत रहना है। संगठन सचिव डॉ. जे. के. डोंगरे ने कहा कि भविष्य में विभिन्न राष्ट्रों के बीच साइबर युद्ध होने की प्रबल संभावना है, जिसको तकनीक की बारीकियों को जानकर ही टाला जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय वेबीनार को सुचारु रूप से संपन्न कराने में डॉ. शालिनी पाटिल, डॉ. डी. डी. विश्वकर्मा, डॉ. विनोद माहुरपवार, डॉ. बी. के. डहेरिया, डॉ. शैलेंद्र मोरे, डॉ. प्रदीप साहू, डॉ. अमानत मंसूरी, विनय बंदेवार और श्रीमती स्वाति वर्मा का विशेष योगदान रहा।