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45 दिवसीय नाट्य कार्यशाला का हुआ भव्य समापन

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  मोहिता जगदेव

उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा

अप्रतिम, अकल्पनीय, अतुलनीय ‘शरबत-ए-आज़म’

35 कलाकारों ने किया नाटक शरबत-ए-आज़म का अदभुद मंचन 

कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने सभी कलाकारों की प्रशंसा करते हुए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं

उग्र प्रभा समाचार ,छिंदवाड़ा/ इस शनिवार की शाम छिंदवाड़ा के रंग इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से दर्ज हो गई। अवसर था जिले की सबसे पुरानी सक्रिय नाट्य संस्था नाट्यगंगा रंगमंडल के द्वारा आयोजित 45 दिवसीय एक्टिंग वर्कशॉप के समापन का। जिसमें कार्यशाला से प्रशिक्षित 35 कलाकारों ने नाटक शरबत-ए-आज़म का अदभुद मंचन किया। जिसे देख दर्शकों ने इसे अविश्वसनीय, अकल्पनीय और अतुलनीय मंचन बताया। लगभग 500 दर्शकों ने इस नाटक का मंचन देखा। हाउसफ़ुल हो जाने के बाद कई दर्शकों ने सीढ़ियों पर बैठकर नाटक देखा। इस शानदार नाटक का लेखन देश के सप्रसिद्ध लेखक पंकज सोनी और सचिन वर्मा ने संयुक्त रूप से किया। जिसका शानदार निर्देशन सचिन वर्मा ने किया। एक एक दृश्य इस खूबसूरती से गढ़े गए थे कि एक घंटा पच्चीस मिनट तक चले नाटक में दर्शक डूब गए और उन्हें ऐसा प्रतीत हुआ मानो वे इस नाटक के साथ एक अलग दुनिया की सैर कर आए। नाटक में मुख्य अतिथि के रूप में छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह उपस्थित रहे। और साथ ही शहीद विक्की पहाड़े जी का परिवारजन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। नाटक की अकल्पनीय कहानी को दर्शकों तक पहुँचाने में गीत एवं संगीत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसका लेखन अमित सोनी और राकेश राज ने किया। और इन्हें अमित सोनी ने संगीतबद्ध किया। नाटक के ये गीत मंचन के बाद भी दर्शकों की जुबान पर छाए रहे। इन गीतों में स्वर अर्पणा पाटकर, यामिनी पाटकर, अवनि सोनी, अमजद खान ने दिए। नाटक में प्रकाश व्यवस्था एवं मेकअप की जिम्मेदारी नरसिंगपुर के ऐश्वर्य दुबे ने संभाली और सहनिर्देंशन और मंच सामाग्री में अंबाला हरियाणा के तरूण जलोटा ने सहयोग किया। मंच संचालन स्वाति चौरसिया ने किया। इसके साथ ही ओमेश्वर सूर्यवंशी, मानसी मटकर, रोहित रूसिया, श्रुति राउत , वैशाली मटकर, शिवानी मंगरोले, नितिन वर्मा, ऋषभ शर्मा, सोनम सोनी, नीता वर्मा, अबीर वर्मा ने सहयोग किया। नाटक की कहानी, संस्पेंस, गीत, संगीत, अभिनय, मंच निर्माण, प्रकाश व्यवस्था, निर्देशन, लेखन सभी की दर्शकों ने दिल खोलकर तारीफ की। अंत में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने भी सभी कलाकारों की प्रशंसा करते हुए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। 
इन्होने किया शानदार अभिनय

इस नाटक में विदुषी नागले, गुंजन मेटेकर, अतुल तिरगाम, लक्षिता वर्मा, फाल्गुनी इंदुलकर, मुग्धा काकड़े, अदिती राकेश, पूनम बचले, नभ बचले, अवंतिका सिंगपुरे, विराट पाटिल, श्रेया वर्मा, अर्णिका जैन, प्रभदीप सिंग, प्रज्ञा सिसोदिया, युवराज जमोरे, साहिल शाह, नमन चंद्रवंशी, वंशिका चौरसिया, सार्थक सूर्यवंशी, सोनू बोनिया, लीलेन्द्र वासनिक, हर्ष बिंझारे, कुलदीप विश्वकर्मा, वरेण्यम नागले, अवनि सोनी, शिवांश श्रीवास्तव, अर्शिल चिचाम, अंकित खंडूजा, दानिश अली, अमजद खान, हर्ष डेहरिया, हेमंत नांदेकर आदि ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया

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