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चांद कॉलेज में अग्निवीर के चयन प्रक्रिया पर कार्यशाला

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   मोहिता जगदेव

उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा

"अग्निवीर देश सेवा की अग्नि को बुझाने का माध्यम है": प्रो. विश्वकर्मा 

"अग्निवीर योजना देशभक्ति के साथ समाजसेवा का जरिया है ": प्रो. विश्वकर्मा 

"अग्निवीर एक निश्चित अवधि में आत्मनिर्भर होने की युक्ति है": प्रो . अमर सिंह 


उग्र प्रभा समाचार,चांद छिंदवाड़ा: शासकीय महाविद्यालय चांद में स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग द्वारा संयुक्त रूप से भारत की जल, थल एवं वायु सेना में भर्ती में अग्निवीर सैनिक के चयन को लेकर एक कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में क्रीड़ाधिकारी डॉ. जी. एल. विश्वकर्मा ने कहा कि अग्निवीर योजना युवाओं के लिए देशभक्ति के साथ समाज सेवा का एक सशक्त जरिया है। प्रो. विश्वकर्मा ने इस योजना में कैरियर बनाने के लिए पात्रता, नामांकन, चयन प्रक्रिया, शारीरिक दक्षता वेतन, लाभ और योजना की विशेषताओं से छात्रों को अवगत कराया। प्राचार्य प्रो. अमर सिंह ने कहा कि अग्निवीर योजना एक निश्चित अवधि में आत्मनिर्भर होने की युक्ति वाली योजना है। शारीरिक रूप से दक्ष युवक अग्निवीर सैनिक बनकर अपने परिवार, समाज और राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

खाली बैठने की तुलना में अग्निवीर सैनिक बनकर अपनी विशेष काबिलियत से सेवा को आगे बढ़ाने का एक स्वस्थ विकल्प भी मौजूद है इस योजना में। प्रो. रजनी कवरेती ने कहा कि समाज के निचले स्तर पर ग्रामीण परिवेश के छात्रों के लिए अग्निवीर योजना ज्यादा लाभदायक है। प्रो. सकरलाल बट्टी ने कहा कि अग्निवीर सैनिक राष्ट्र सेवा से गर्व, गौरव और गुमान महसूस कर सकते हैं। प्रो. सुरेखा तेलकर ने कहा कि अग्निवीर सैनिक की सेवा, समर्पण और राष्ट्र रक्षा को रेखांकित करती है। प्रो. आर. के. पहाड़े ने कहा कि अग्निवीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा। प्रो. रक्षा उपश्याम ने कहा कि अग्निवीर सैनिक योजना में लड़कियों के लिए सुअवसर मौजूद हैं। कार्यशाला में संतोष अमोडिया, नीलेश नाग, सुनील पाटिल, कमलेश चौधरी, आनंद रजक, नरेश चौधरी और श्वेता चौहान का विशेष सहयोग रहा।

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