जिले मे उर्वरकों का पर्याप्त भंडारण - जितेंद्र कुमार सिंह उप संचालक कृषि
संतुलित उर्वरकों का उपयोग करे, किसान भाई - डॉ. विजय पराडकर
एनपीके उर्वरक जिले की मिटटी के लिए ज्यादा उपयोगी- कृषि वैज्ञानिक, केव्हीके
छिंदवाड़ा /उग्र प्रभा /कलेक्टर छिंदवाडा श्री शीलेन्द्र सिंह के निर्देषानुसार जिले में सभी उर्वरकों का पर्याप्त भंडारण, मार्कफेड के सभी डबल लॉक गोदामों में तथा सभी 146 सहकारी समितियों मे तथा निजी क्षेत्रो में कराया गया हैं, जिसका वितरण लगातार किसानों को किया जा रहा हैं। जिले को खरीफ सीजन 2024 हेतु उर्वरक उपलब्धता एवं वितरण की जानकारी निम्नानुसार है-
उर्वरक कुल अभी तक जिले को प्राप्त मात्रा (मे.टन) कुल आज दिनांक तक वितरण (मे.टन) शेष आज दिनांक को उपलब्ध मात्रा (मे.टन)
यूरिया 86000 25500 60500
डीएपी 12500 6400 6100
एनपीके 7869 2500 5369
सिंगल सुपर फास्फेट 16548 3525 13023
पोटाष 4525 1550 2975
खरीफ सीजन नजदीक है और सीजन में असुविधा से बचने हेतु कलेक्टर महोदय छिंदवाडा द्वारा लगातार समीक्षा कर महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित छिंदवाडा को निर्देषित किया गया है, कि प्रत्येक सहकारी समिति में यूरिया के साथ डीएपी या एनपीके काम्पलेक्स उर्वरक का अनिवार्यतः भंडारण हो, साथ ही किसानों को निर्धारित मापदंड अनुसार उर्वरकों का वितरण सुनिष्चित कराये। कृषि उत्पादन आयुक्त म.प्र. शासन की संभागीय समीक्षा बैठक में जिले के तीन वर्ष के मृदा नमूनों के विष्लेषण रिपोर्ट के आधार पर जिले हेतु एनपीके उर्वरक को प्रोत्साहित कर किसानों को उठाव कराने हेतु कहा गया हैं, जिससे जिले की मिटटी में पोटाश तत्व की पूर्ति हो सके। अभी देखने मे आया है कि जिले के किसान मुख्यतः यूरिया एवं डीएपी उर्वरक का ही उपयोग करते है, जिससे पोटाश तत्व की कमी होने से उत्पादन प्रभावित होता है एवं मिटटी की उर्वरता भी प्रभावित होती हैं। अतः कृषि वैज्ञानिकों द्वारा जिले के किसानों को एनपीके उर्वरकों के उपयोग की सलाह दी जा रही है। साथ ही आचलिक कृषि अनुसंधान केन्द के सह संचालक डॉ. विजय पराडकर का कहाना है कि जिले के किसान मक्का फसल में अधिक यूरिया का उपयोग कर रहे है, उन्हे संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए एवं मक्का फसल में जमीन के प्रकार के अनुसार प्रति एकड 02 से03 बोरी यूरिया का ही उपयोग करे, उससे अधिक नही करे।
कलेक्टर महोदय छिंदवाडा एवं उप संचालक कृषि द्वारा किसानों भाईयों से अपील की गई है कि आवष्यकतानुसार तत्काल किसान भाई उर्वरकों का उठाव अपने क्षेत्र की सहकारी समितियों एवं मार्कफेड के डबल लॉक केन्द्रों (गोदाम) से करे एवं सीजन मे होने वाली असुविधा से बचे।