मंडल संयोजक रजनी अगामे का दलाल अधीक्षक चतुर्भुज साहु निलंबित
बटकाखापा /उग्र प्रभा /छिंदवाड़ा नवागत कलेक्टर शैलेंद्र सिंह निष्पक्ष कार्यप्रणाली के नाम सें जाने जाते हैं दोषियों को छोडते नही दुखियों असहाय व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता देखने को मिलती है। छिंदवाड़ा कलेक्टर का पदभार ग्रहण करते ही जिला की सभी तहसीलो विकासखंडो का दौरा किया गया दिनांक 29/02/2024 को हर्रई विकासखंड के आदिवासी ग्रामीण अंचल क्षेत्र बटकाखापा पहली बार निरीक्षण करने पहुंचे । विभिन्न विभागों के निरीक्षण के दौरान आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालक छात्रावास का औचक निरिक्षण किया गया जहा जहा अधीक्षक चतुर्भुज साहु हमेशा की तरह नदारत मिले। एवं छात्रावास में अव्यवस्था गंदगी और छात्रों की जन समास्या सुनकर नराजगी दर्ज कराई थी। छात्रों के द्वारा शिकायत दर्ज कराई मेन्यू के आधार पर भोजन नही मिलता और छात्रों के द्वारा झाडू लगवाया जाता है। रात्रिकालीन में अधीक्षक रहते नही अपने घर में जाकर रात्री में रहते हैं चौकीदार के भरोसे छात्र रात्री बिताते है। कलेक्टर निष्पक्ष कार्यप्रणाली कें चलते तत्काल विभागीय कारण बताओ नोटिस जारी कराया गया संतोषजनक जबाब नही आने के कारण छिंदवाड़ा कलेक्टर श्री शैलेंद्र सिंह द्वारा आदिवासी बालक छात्रावास अधीक्षक चतुर्भुज साहु को निलंबन आदेश जारी कर निलंबन अवधि बीईओ कार्यलय जुन्नारदेव नियत किया गया।
संवेदनशील कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह ने की कार्यवाही
निलंबित अधीक्षक को बचाने में लगी मंडल संयोजक रजनी अगामे
आदिम जाति कल्याण विभाग कार्यलय छिंदवाड़ा में पदस्थ मंडल संयोजक रजनी अगामे हमेशा सुर्खियों में रहती है बार बार इन पर आरोप लगते रहे हैं अधीक्षकों सें प्रति महीना प्रति छात्र कमीशन वसुली की जाती है लापरवाह अधीक्षकों पर कार्यवाही होती है तो बचाने के लिए इर्द-गिर्द चक्कर काटना शुरु कर देती है। गरीब आदिवासी समुदाय के बच्चे छात्रावासों में रहकर कोसो दूर अपने माता-पिता को छोडकर पढाई करने के लिए रहते हैं।नियत खौर मंडल संयोजक शासन द्वारा प्रति छात्र भेजी जा रही शिष्यावृति की राशी में आदिवासी छात्रों का हक मारकर अधीक्षकों सें राशी वसुल करती है। लापरवाह अधीक्षकों पर मेहरवान बनकर कार्यवाही सें बचाने की जुगत मे लगी रहती है।
हर्रई विकासखंड के अधिकतर छात्रावासों में अधीक्षक रात्री विश्राम नही करते है चौकीदार के भरोसे छात्र रहते हैं अधीक्षकों पर गल्ला चौरी का भी कई बार आरोप लगा विडियो वायरल हुआ। मुल पद शिक्षक का होते हुए दो- दो छात्रावासो का प्रभार नेतागिरी का दबदबा दिखाते हुए अधीक्षक का प्रभार लेकर बैठे हैं हर्रई विकासखंड के कई अधीक्षकों पर विभागीय गाज गिर सकती है। आदिवासी छात्रों का शोषण करने वाले लापरवाहो पर कार्यवाही कलेक्टर छिंदवाड़ा जल्द करेंगे।
मंडल संयोजक रजनी अगामे की कार्यप्रणाली को देखकर सहायक आयुक्त सत्येंद्र सिंह मरकाम नें कार्यलय में बनाकर बैठाल दिया था बाबु
कुछ माह पूर्व लापरवाह अधीक्षकों की पीट थप थपाने कार्यवाही सें बचाने के षडयंत्र रचने के चलते सहायक आयुक्त सत्येंद्र सिंह मरकाम नें मंडल संयोजक पद से प्रभार हटाकर बाबु बनाकर कार्यलय में बैठाल दिया गया था। महीनो से जुगत में लगी पुनः मंडल संयोजक के दायित्व के लिए रजनी अगामे नें सहायक आयुक्त सत्येंद्र सिंह मरकाम के निलंबन अवधि में प्रभारी सहायक आयुक्त सें मंडल संयोजक का चार्ज आदेश जारी करा ली।लापरवाह अधीक्षकों शरण देने का काम कर रही है।
छिंदवाड़ा निष्पक्ष कलेक्टर श्री सिंह सें अपेक्षा ऐसे लापरवाह कमीशन खौरो पर त्वरित कार्रवाई की जाय। मंडल संयोजक के आश्वासन के बाद ही अधीक्षकों पर कार्यवाही का डर समाप्त हो जाता है और फिर करते हैं छात्रावासो में मनमानी जब तक मंडल संयोजक रजनी अगामे रहेगी जिस विकासखंड का प्रभार रहेगा वहा के छात्रावासों में अव्यवस्था देखने को मिलेगी।