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अमरवाडा नगर मे आए दिन चोरी नाबालिक बच्चो की गुमशुदगी से बना डर का महौल

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 अमरवाडा नगर मे आए दिन चोरी नाबालिक बच्चो की गुमशुदगी से बना डर का महौल


अमरवाड़ा नगर में लगे सीसीटीवी कैमरा बने शोभा की सुपारी


अमरवाड़ा उग्र प्रभा - अमरवाड़ा नगर में आए दिन हो रही चोरी नाबालिक बच्चों की गुमशुदगी नें नगरवासियों एवं दूर दराज किराये के मकान में रहकर पढने वाले छात्रों की चिंता बढाई एक सप्ताह के अंदर अमरवाड़ा नगर में नाबालिक युवक की गुमशुदगी और चोरी की वरदात घटित हो चुकी है लेकिन पुलिस अभी तक वरदात को अंजाम देने वाले गिरोह तक  नही पंहुच पाई है।

अमरवाड़ा नगरपालिका के द्वारा नगर में लगाये गये लाखों रुपये के कैमरा महीनो सें बंद पढे है  नगरीय प्रशासन की लापरवाही के कारण तीसरी आंख का काम करने वाले कैमरा मौन है नही तो बडी बडी वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का खुलासा करने में पुलिस के सहयोगी बनते कैमरा की और किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। 


*दस दिन सें 13 बर्षीय महेन्द्र भलावी का नही लगा सुराग*


ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी शिक्षा व्यवस्था नही होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए गांव सें दूर नगर की और  शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेज रहे नगरों में किराये के मकानों मे रहकर निजी शिक्षा संस्थानों में पढाई कर रहे नाबालिक छात्रों का गुमशुदगी  होना अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन गया है इस डर के महौल से माता-पिता बच्चों को पढाने के लिए अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए नगर महानगर की और भेजना ही बंद कर देंगे ग्रामीण युवाओं का भविष्य ग्रामीण शिक्षा तक ही सीमित हो जायेगा।

महेन्द्र पिता राजाराम भलावी घुघरला खुर्द तहसील अमरवाडा जिला छिन्दवाड़ा निवासी 13 बर्षीय बालक को अभिभावक अच्छी शिक्षा के लिए गांव से 30 किंमीं दूर  अमरवाड़ा नगर भेजे थे  निजी शिक्षा संस्थान नवदीप स्कुल में कक्षा नवमी मे किराये के कमरा नई आवादी पानी टंकी के पास रहकर पढाई 

कर रहा था।पिछले शनिवार 17 फरवरी शाम 6-7  बजे के बीच साथ में रहने वाली गांव की लडकियों को पास की दुकान बोरलीन खरीदने जा रहा हूं बोलकर लोवर शी शर्ट पहनकर निकला महेन्द्र भलावी वापस कमरा आया नही तो रात नौ बजे लडके के पिता को फोन लगाकर सुचना दी गई। रविवार सुबह लडके के पिता अमरवाड़ा पहुंच कर नगर में खोजबीन किया सोमवार को स्कूल में छात्रों सें पुंछ ताज कर जानकारी ली नही मिलने के बाद थाना पंहुचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई पुलिस द्वारा मकान मालिक किरायेदार साथ में रहने वाली लडकियों को बुलाकर पुंछ ताज की गई लेकिन कोई सुराग नही मिला एडिशनल एसपी भी जांच करने पंहुचे पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में खोजबीन जारी लेकिन युवक का पता सुराग नही चल पाया है नगरों में लगे तीसरी आंख की मदद लेना चाहे लेकिन बंद पढे कैमरो सें निराशा मिली परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है रिस्तेदार परिजन अपने अपने स्तर सें खोज कर रहे हैं लेकिन सफलता नही मिली। इस भय के चलते ग्रामीण क्षेत्र के पढने वाले युवको एवं अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है शासन द्वारा  संचालित संस्थाओं पर आम जनता का भरोसा खत्म होते जा रहा। हर शासकीय सेवक अपने बच्चों को निजी संस्थानों में पढा रहे हैं गरीब परिवार के बच्चों को शासकीय संस्था में शासकीय शिक्षक पढा रहे हैं स्थितियाँ विपरीत है।

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